मुम्बई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से बागी हुए अजित पवार को मनाने के लिए एक गुप्त स्थान पर मीटिंग रखी गई थी। इन्हें मनाने के लिए एनसीपी के सीनियर नेता छगन भुजबल, प्रफुल्ल पटेल, दिलीप वलसे पाटिल और सुनील तटकरे गए थे। इस बैठक में अजित पवार के परिवार के सदस्य भी शामिल थे।
अजित पवार लगातार अपने परिवार के लोगों के साथ चर्चा भी कर रहे हैं। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि अजित पवार हमारी बात सुन रहे थे। वे काफी पॉजिटिव नजर आ रहे थे। मीटिंग के बाद अजित पवार यहां से निकल कर ट्रायडेंट होटल गए और कार्यकर्ताओं से मिले, फिर वो अपने बंगले वर्षा गए। और उसके बाद अपने भाई श्रीनिवास पवार के घर पहुंचे। कहा जा रहा है कि इसके बाद वे इस्तीफा देंगे। क्योंकि, एनसीपी नेताओं ने अजित पवार से इस्तीफा देने की मांग की थी।
सूत्रों में यह भी कहा जा रहा है कि मीटिंग में अजित ने फोन पर शरद पवार और सुप्रिया सुले से भी बातचीत की। कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने उप मुख्यमंत्री अजित पवार पहुंचेंगे।इससे पहले अजित पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेताओं के साथ बैठक की. गुप्त स्थान पर हुई इस बैठक में एनसीपी नेताओं ने अजित पवार को मनाने की कोशिश की।
ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल है कि अजित पवार क्या करेंगे? दरअसल, अजित पवार ने अभी उप मुख्यमंत्री का कार्यभार नहीं संभाला है। एनसीपी के नेता लगातार अजित पवार को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अजित पवार अकेले ही घर से निकले और एनसीपी नेताओं से मिले।
महाराष्ट्र के विपक्षी दलों की याचिकाओं पर विचार करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बुधवार शाम पांच बजे से पहले विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने का अंतरिम निर्देश दिया।
जस्टिस एन.वी. रमना, जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस अशोक भूषण की सदस्यता वाली पीठ ने विपक्षी दलों की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा कि चूंकि विधायकों ने शपथ ग्रहण नहीं किया है, इसलिए 27 नवंबर को जल्द से जल्द बहुमत परीक्षण हो जाना चाहिए. पीठ ने कहा कि बहुमत परीक्षण बुधवार शाम पांच बजे से पहले हो जाना चाहिए।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि इसके लिए एक प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाएगा और बहुमत परीक्षण गुप्त मतदान से नहीं होगा और सदन की कार्यवाही का लाइव प्रसारण किया जाएगा। कोर्ट ने कहा कि विधायकों का शपथ ग्रहण बुधवार शाम पांच बजे से पहले होना चाहिए।
अजित पवार देंगे इस्तीफा महाराष्ट्र का सियासी ड्रमा